Motivational Story In Hindi / जो ठान लिया, वो कर दिखाया
मन बना लो तो हर असभंव चीज़ संभव लगने लगती है। ये बात कही नहीं ना कहीं आपने सुनी होगी। लेकिन क्या सच में ऐसा होता है। इसके लिए आपको ये Motivational Story In Hindi / जो ठान लिया, वो कर दिखाया ,कहानी को पूरी पढ़नी होगी। आज से इस ब्लॉग में आपके लिए लेके आया हूं एक ऐसी कहानी जो आपके अंदर एक जुनून पैदा कर देगी अपनी मंजिल को पाने का। ये कहानी एक ग्वाले की है जो अपने मन में अमीर बनने की ठान लेता है और बड़ा आदमी बनने का सपने देखने लगता है । चलो इस ग्वाले की कहानी को पढ़ते हैं......जो ठान लिया , वो कर दिखाया : एक ग्वाले की प्रेरणादायक कहानी / Motivational Story In Hindi
ये कहानी एक छोटे गांव में रहने वाले ग्वाले की है जो अपने परिवार का इकलौता लड़का था। एकदम ग़रीब और अपनी रोजमर्रा की जिंदगी जीने के लिए संघर्ष करता। वह ग्वाला गांव के जमींदार की गायों और भैंसों को चराने जाता था। जमींदार भी उस पर विश्वास करते थे । क्योंकि ग्वाला पूरी ईमानदारी से मेहनत करता था। वह पढ़ना चाहता था लेकिन घर की स्थिति ऐसी थी कि बस खाना पीना और रोज़मर्रा की जरूरत ही पूरी हो पाती थी। तो वह बस गायों भैंसों को चराने का ही काम करता था।
मन में लगी बात:-
एक दिन वह जमींदार की गायों भैंसों को चराने ले जा रहा था, तो उस जमींदार के लड़ने बोला तू कितना ग़रीब है और पढ़ाई भी नहीं करता और मुझे देख मैं शहर के बड़े स्कूल में पढ़ता हूं। ग्वाला इतनी बात सुनकर बिना कुछ कहे वहां से गायों भैंसों को लेकर चला गया। लेकिन ग्वाले को उस जमींदार के लड़के की बातें मन में लगी । और मन ही मन सोचने लगा मुझे भी अमीर बनना है मुझे भी बड़ा आदमी बनना है। शाम हुई जमींदार के घर गायों भैंसों को छोड़ कर अपने घर चला गया।
पहली शुरुआत:-
ग्वाला अपने घर जाते ही चुपचाप बैठ गया और उसी बात को सोचने लगा। कि अमीर कैसे बनू, बड़ा आदमी कैसे बनू। थोड़ी देर बाद बाद उसकी मां आती है.....
मां - बेटा खाना लगा दूं ?
ग्वाला - मां मुझे कुछ बात करनी है आप से
मां - बोल क्या बात है ,सब ठीक तो है ना
ग्वाला - मां हम अमीर क्यूं नहीं है ?
मां :- क्या हो गया तेरे को आज ? क्या बोल रहा है बेटा
ग्वाला:- मां बताओ ना अमीर क्यूं नहीं है हम?
मां :- बेटा तेरे बाप दादाओं ने शुरू से ही इन जमींदार लोगों के यहां काम किया है । उनके नीचे काम किया। पैसे का कोई हिसाब किताब नहीं रखते थे और पढ़े लिखे नहीं थे तो आज भी पीढ़ी दर पीढ़ी यही चल रहा है... वैसे बेटा तू आज ये सब क्यों पूछ रहा किसी ने कुछ कहा है...
ग्वाले ने मां को उस जमींदार के लड़के की सारी बात बताई और बोला मां मुझे भी अमीर आदमी बनना है ,वो जमींदार लोग अमीर आदमी कैसे बने?
मां :- बेटा अमीर बनना इतना आसान नहीं है बहुत मेहनत करनी पड़ती है पढ़ाई करनी पड़ती है । बीच में ही वो ग्वाला बोल पड़ा मां अगर ये सब मैं करूं तो अमीर बन जाऊंगा ना।
मां:- ग्वाले की बात सुनकर मां हंस पड़ी और बोली हां बेटा क्यूं नहीं। बस इतना सुनते ही ग्वाले ने मन में ठान लिया और अपनी पहली शुरुआत करी पढ़ाई करना। Motivational Story In Hindi
एक विचार :-
वह ग्वाला बहुत मेहनत करने लगा । जमींदार की गायों को चराने के बाद अपने पड़ोसी लड़कों से किताबें लेकर पढ़ने लगा कुछ ना समझ आता तो वो पड़ोसी लड़कों से पूछ लेता। बस उस ग्वाले ने मन में ठान रखा था कि अमीर बनना है ना दिन देखता और ना रात । ये सब उसकी मां देख रही थी और डरने भी लगी कहीं बीमार ना हो जाए। एक दिन ग्वाले को बुलाकर अपने पास बैठाया और बोली ....
मां :- बेटा तू आजकल ना तो अच्छे से नींद लेता है और ना ढ़ंग से खाना खाता है क्या बात हैं ....
बेटा:- मां आपने बोला था ना कि अगर मैं मेहनत करूंगा और पढ़ाई करूंगा तो अमीर बन जाऊंगा देख मां मैं पढ़ाई भी करता हूं और मेहनत भी कर रहा हूं।
मां :- बेटा मैंने तो ऐसे ही बोल दिया था तुमने तो दिल पे ले ली बात को , इतने में ग्वाला बोल पड़ा
ग्वाला:- नहीं मां, मुझे अमीर बनना है । तब मां ने उसे समझाया और बोली तुझे अमीर बनना है ?
बेटा:- हां मां,
मां :- ठीक है तुझे ऐसा क्या आता जो तू बहुत अच्छे से कर सकता है ?
बेटा:- कुछ भी नहीं, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया, फिर मां बोली
मां:- ठीक है आज जब जमींदार की गाय भैंसों को चराने जाए तो सोचना ग्वाला बोला ठीक मां।
अगले दिन सुबह जब वह ग्वाला जमींदार के यहां गायों भैंसों को चराने के लिए लाने गया। तो देखा 30/40 केन दूध की एक गाड़ी में रख रहे थे शहर ले जाने के लिए। उसने गाय भैंसों ली और चराने ले गया। वहां बैठा बैठा हिसाब किताब करने लगा एक केन में कितने लीटर दूध आता होगा, कितने रूपए लीटर बेचते होंगे। ये सब उसके दिमाग़ में आ गया और उसके मन में एक विचार आ गया अमीर बनने का। उसकी मां की कही बात भी याद आ गई उसको सबसे ज़्यादा क्या काम आता है तो मन ही मन बोल पड़ा गायों भैंसों की देखभाल यानि मुझे भी दूध का काम करना चाहिए। Motivational Story In Hindi
नई शुरुआत:-
ग्वाला उस दिन घर आते ही मां के पैर छुए और बोला मां आपने बहुत अच्छा तरीका बताया जो मैं बहुत आसानी से कर सकता हूं । उसने मां से बोला कि मां मैं अब दूध का व्यापार करूंगा। उस दिन वो जमींदार के यहां गया और बोला मैं आज के बाद काम पर नहीं आऊंगा मेरा हिसाब कर दीजिए।
जमींदार :- क्यों क्या हुआ , तनख्वाह कम लग रही है तो बड़ा देता हूं।
ग्वाला:- नहीं सेठ जी अब मैं मेरा खुद का काम करना चाहता हूं।
जमींदार:- ये तो बहुत अच्छी बात है , जमींदार ने उसका हिसाब कर दिया और तनख्वाह देने लगा। ग्वाले ने तनख्वाह लेने से मना कर दिया और बोला सेठ जी मुझे तनख्वाह नहीं चाहिए मुझे एक दो गाय चाहिए। मैं भी दूध का काम करना चाहता हूं।
ग्वाला अच्छा और ईमानदार मेहनती लड़का था तो जमींदार को दया आ गई और उसने उसको 5 गाय दे दी। और बोला 2 तो तेरी तनख्वाह की बाकि 3 मेरी तरफ़ से उपहार है। ग्वाला खुश हुआ और वहां से आ गया। ग्वाले ने उन 5 गायों से अपने दूध का नया व्यापार शुरू किया। वह उन गायों की अच्छी सेवा करता और वो भी शहर जाकर दूध बेचने लगा। और साथ मैं दूध के व्यापार के बारे पढ़ाई पर जानकारी लेना शुरू किया । धीरे धीरे उसका व्यापार बढ़ने लगा। ये भी पढ़ें:- असफलता से सफलता तक
सफलता:-
ग्वाले ने अपना कड़ी मेहनत से दूध के व्यापार को ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। इन ऊंचाइयों तक पहुंचे में ग्वाले को बहुत मुश्किलों, परेशानियों का सामना करना पड़ा था। लेकिन मन में ठान रखा था कि अमीर बनना है तो बनना है। बस इसी सोच के साथ आगे बढ़ता गया और 3/4 सालों बाद वो गांव का ही नहीं शहर का सबसे बड़ा दूध का व्यापारी बन गया। 100/150 लोग उसके नीचे काम करने लगे। ये सब देख के ग्वाला बहुत खुश था और अपनी मेहनत को जारी रखा।
आज जब भी वह अपने गांव जाता है तो उस जमींदार के पास जाता है उसको प्रणाम करता, आदर करता है।
कहानी से सीख :-
इस ग्वाले की कहानी हमें यही सिखाती है कि अगर मन में ठान लिया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं होता। और जिस काम में तुम अच्छे हो वो काम करो। पूरी ईमानदारी और मन लगा कर मेहनत करो । जितना हो सके अपने काम के बारे में पढ़ाई करो, जानकारी लो।
बाकि आपको और क्या सिख मिली इस कहानी से कॉमेंट में जरूर बताना।
Thanks By
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1 टिप्पणियाँ
Perfect story for motivation
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