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4 साल बाद पहली मुलाकात/ पहली मुलाकात

 4 साल बाद पहली मुलाकात 

हैलो दोस्तों कैसे हो आप उम्मीद करता हूं अच्छे होंगे । आज जो बता रहा रहा हूं वो कोई काल्पनिक कहानी नहीं बल्कि मेरी ही कहानी है जब मैं उस से 4 साल बाद पहली मुलाकात की । वो कहते हैं ना कई बार ऐसा होता है कि चाहे खुशी हो या गम हम किसी की अपनी फिलिंग्स बताना चाहते उन से अपनी खुशी या गम शेयर करना चाहते हैं लेकिन कोई ऐसा शख्स मिलता ही नहीं जो ये सब सुनना चाहे या समझ सके। इसलिए मैं अपनी (4 साल बाद पहली मुलाकात ) की फिलिंग्स को शब्दों में लिख कर आपके साथ शेयर कर रहा हूं और मुझे उम्मीद है आप इसको पसंद भी करोगे और समझोगे भी। खैर अब कहानी पर आता हूं....

4 साल बाद पहली मुलाकात
4 साल बाद पहली मुलाकात 


4 साल बाद पहली मुलाकात:-

हुआ यूं कि ....

जब मैं 11th क्लास में था तो मुझे Facebook पर एक लड़की मिली  एकदम सुंदर, खूबसूरत । उस से दोस्ती हुई दोनो बातें करने लगे। हम दोनों एक अच्छे दोस्त बन गए थे लेकिन शायद धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। पर बताते नहीं शायद उसको डर था कि मैं उसको मना कर दूंगा और मुझे डर था अगर मैने उसको बोल दिया तो कहीं वो दोस्ती ना तोड़ दे। इस सोच से दोनों एक दूसरे को कुछ नहीं बोला बस हम दोनों बहुत सारी बातें करते हाल चाल पूछते। धीरे धीरे हम दोनों की दोस्ती एक पक्की वाली दोस्ती बन गई । और यहां उसने मुझे एक प्यारा सा Nick Name दिया Maggie और मैंने उसको Coffee नाम दिया । 

कुछ दिनों बाद मेरा जन्मदिन आने वाला था तो उसने मुझे जन्मदिन के 3/4 दिन पहले परपोज किया , मतलब उसने मुझे बोल दिया कि I Love U Maggie मैने खुशी खुशी  Too बोल दिया। 

और इस तरह हम दोनों ने एक दूसरे को परपोज किया और बाते करने लगे। अब मुझे उस से मिलने की इच्छा हुई, तो मैने उसको बोला coffee मैं तुम से मिलना चाहता हूं लेकिन उसने मना कर दिया और बोला पढ़ाई पर ध्यान फैल हो गया फिर ।

मैं थोड़ा उदास हुआ और मैंने उसकी बात मान ली क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि वो मेरी वजह से उदास हो या दुखी हो। 11th मैने पास की और 12th क्लास में आ गया। कुछ महीनों बाद मैने उसको फिर बोला 

यार coffee मुझे तुमसे से मिलना है , तुमको face to face देखना, लेकिन इस बार भी उसने ये कह के बात टाल की Maggie ये तेरी 12th क्लास बोर्ड परीक्षा है तो पढ़ाई ख़राब हो जायेगी तुम अभी पढ़ाई पर ध्यान दो जब एग्जाम  हो जायेंगे तब। उस दिन फिर मैं थोड़ा सा उदास हुआ लेकिन उसने बोला था तो बात माननी थी ।

बस दोनों कॉल पर चैट में और वीडियो कॉल बात कर लेते, लेकिन मेरे अंदर अब एक ही बात एक ही इच्छा थी उस से मिलने की और ये मौका मुझे 4 साल बाद मिला ।

4 साल बाद.....

जिस से मैं प्यार करता हूं यानि Coffee से मिलने का मौका मुझे 4 साल बाद मिला। जब मैं मेरे online business के काम से हरियाणा में मेरे दोस्त के पास जाना पड़ा तब। 

वो ( 4 साल बाद पहली मुलाकात ) का दिन मुझे आज भी याद है हम दोनों वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे और मैने बोला आज तो मिल लो प्लीज़। मेरे बार बार कहने पर आख़िर में उसके मुंह से वो शब्द निकले जिसे सुनने के लिए मैं पिछले 4 साल से इंतज़ार था और दुआ कर था मिलने की । आखिर मेरी दुआ पूरी हुई और उसने बोला ठीक है Maggie तुम कल आ जाना मैं जॉब से छुट्टी करूंगी। उस दिन तो समझ नहीं आ रहा था क्या करूं, दिमाग दिल कुछ काम नहीं कर रहा था बस चेहरे पर हंसी थी और मन खुश था शायद इतना खुश पहले कभी नहीं हुआ था । रात हुई नींद नहीं आ रही थी,क्या करूं,वो क्या बोलेगी देख के , कैसे बात करूंगा कुछ भी समझ नहीं आ रहा था ।  इतफाक से मिली अधूरी मोहब्बत

सुबह हुई तैयार वगैरा हुआ।  बस पकड़ी और सीधा मेट्रो स्टेशन पहुंच गया, तभी उसका मैसेज आया और मैं एकदम उदास हो गया और बहुत ज़ोर से रोने का मन किया । उसने मिलने से मना कर दिया बोली पापा भाई साथ में है मेरे , हम बाज़ार आए है और मौसम ख़राब हैं बारिश भी हो सकती हैं। फिर क्या था चेहरा लटका के और उदास मन को लेकर वापिस बस में बैठ गया और दोस्त के रूम पर आ गया। और खुद को कोसने लगा, क़िस्मत को गाली देने लगा , मेरी क़िस्मत में हीं नहीं है मिलना।

फिर coffee का मैसेज आया और मुझ से Sorry बोलने लगी, बोला मैं भी तुमसे मिलना चाहती थी लेकिन क्या करूं पापा भाई साथ में थे तो कैसे मिलती। 

मैं कुछ भी नहीं बोल रहा था बस ठीक है, ठीक है, कोई नहीं...

इतना ही बोल रहा था वो समझ गई थी maggie गुस्सा है मेरे से तब उसने बोला था 

ठीक है मुझे माफ़ कर दे और गुस्सा छोड़ कल में जॉब के बीच में छुट्टी ले लूंगी कल मिलते है पक्का promise....

इतना सुनते ही मेरे मुंह से एक शब्द निकला सच्ची में...

उसने कहा, हां पक्का।

इतना बोलकर बोली खाना वाना खा ले और आराम से सो जा यूं उदास मत हो ,

मैने कहा ठीक है तू भी खा ले और कल नहीं मिली तो फिर देखियो.. 

उसने बोला हप्प....और मैं हंस पड़ा क्योंकि वो जानती थी मुझे ये शब्द ( हप्प ) बहुत अच्छा लगता है।

फिर हम दोनो ने एक दूसरे को Good Night बोल के सो गए। 

मैं सुबह उठा और अपना मोबाईल उठाया तो उसने मुझे टाइम और लोकेशन भेज रखा था कि यहां आ जाना। बस फिर क्या था जल्दी जल्दी तैयार हुआ और कुछ खाए पिए बिना ही बस में बैठा और मेट्रो स्टेशन पहुंच गया। 

मुझे ये समझ नही आ रहा था क्या लूं उसके लिए पहली बार मिल रहे थे तो उसने बोला कुछ नहीं बस चॉकलेट लेने आना।

मैने दो चॉकलेट ली और उस से पहले उसकी बताई जगह पहुंच गया। 

क्योंकि मैं चाहता था कि पहले उसको मैं देखूं वो नहीं। इस लिए मैं वहां एक चाय ठेले के पास दूर खड़ा रहा।

कुछ देर में वो ऑटो में आई और स्टेशन के आगे रोक के मुझे कॉल किया और बोली..

Maggie कहां हो जल्दी आओ ना..

मैने कहा- तुम कहां हो बोली ऑटो में।

मैं बोला मैं तुम्हारे साइड में देखो वो इधर उधर देखने लगी । यार मुझे बहुत खुशी हो रही जिस से मैं प्यार करता हूं और 4 साल तक बिना मिले हम बात करते रहे आज वो मेरे सामने थी। सच में मुझे सपना सा लग रहा था फिर मैं उसके सामने गया और पूरी शिद्दत से उसको देखा और महसूस किया । 

इतने में वो बोली, 

ओय Maggie जल्दी आ ऑटो में हम पार्क में बैठ के बात करेंगे। 

यार मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मैं उस लड़की के बगल मे बैठा हूं जिसको मैने केवल फ़ोटो और वीडियो कॉल में देखा था। मैं उसको देख देख हंस रहा था और खुश हो रहा था ।वो भी थोड़ी शरमा रही थी लेकिन हिम्मत करके बोली...

Maggie ऐसे देखता ही रहेगा मुझे या कुछ बोलेगा भी मैंने कहा sorry 

फिर मैंने उस से हाथ मिलाया और चॉकलेट दी तो बोली यहीं ऑटो में ही ,

अब क्या करूं बस पागल सा हो रखा हूं खुशी से और घबरा भी रहा हूं क्या बोलूं, कैसे बोलूं...

थोड़ी देर में हम पार्क पहुंच गए और मैने दोनों की टिकट कटवाई जो आज भी मेरे पास पड़ी है। पार्क गेट पर चैकिंग करवाई और अंदर चले गए एक अच्छी सी जगह जाके आराम से बैठ गए और बात करने लगे। 


जब वो मेरे बगल मैं बैठी :- 

पता है क्या हुआ जब भी इस बात को अब सोचता हूं तो हसीं आती है :- 

वो जब मेरे बगल में बैठी थी तो मैं इस से कम से कम एक दो फीट दूर बैठा था ये सोच के अगर उसके पास बैठा तो वो क्या सोचेगी, क्या बोलेगी। लेकिन फिर उसने ही बोल दिया कि Maggie इतनी दूर बैठ के बात करेगा मेरे से ,कॉल पर तो बहुत कुछ बोल रहा था.. बस फिर क्या था मैं उठा और coffee के सामने जाके एकदम आमने सामने बैठ गया। और उसको जीभर के देखने लगा। वो बोलती गई मैं सुनता गया पता ही नहीं चला कब 3/4 घंटे निकल गए । 

एक फ़ोटो:

दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़े बात कर रहे थे मानो इस दुनियां में इस से ज्यादा खुशी कोई दूर पल नहीं हैं। उसने बोला Maggie अब मुझे जाना होगा । मैने कहा थोड़ी देर और बस फिर वो भी वापिस बैठ गई ।

शायद उसका भी मन नहीं था जाने का लेकिन वो सीधा जॉब से यहां आई थी तो वापिस जाना भी होगा। थोड़ी देर बात करके मैने फ़ोटो का बोला लेकिन उसने मना कर दिया फिर उसको मनाया और एक दो फोटो क्लिक और वो फ़ोटो आज भी मेरे पास है , और मैने उसके हाथ का और मेरे हाथ का धागा वहां एक छोटा सा पेड़ था जहां हम बैठे थे वहां बांध के आया था। और coffee को बोला ये हमारी पहली मुलाकात की निशानी है। जब भी हम दोबारा यहां मिलेंगे तो ये हमें हमारी पहली मुलाकात की याद दिलाएगा।


आखिर में...

बहुत सारी बातें करने के बाद वो जाने लगी मैं थोड़ा उदास था लेकिन ये भी पता था कि जाना जरूरी। हम दोनों उठे एक दूसरे को गले लगाया और मैने उसको बोला हम जिंदगी भर साथ रहेंगे। मैं जैसा भी हूं तुम्हारा रहूंगा। उसने भी बोला और एक फोटो ली जो आज भी मेरे पास है। आज 6/7 साल बाद भी उस फ़ोटो को देखता हूं तो वो मुलाकात,वो सारी बातें याद आ जाती हैं। 

मुझे ये नहीं पता था इस पार्क में हमारी ये मुलाकात आखरी है ,हम फिर इस पार्क में कभी नहीं मिल पायेंगे। क्योंकि एक साल बाद उसकी शादी हो गई और मैं उसका इंतजार करता रहा ....

मैं उसका आज भी इंतजार करता हूं,जब भी मैं उस पहली मुलाकात की फ़ोटो, पार्क की टिकट को देखता हूं।तो एक पल बहुत खुश हो जाता हुं और दूसरे ही पल दुखी हो जाता हुं, क्योंकि अब coffee मेरे पास तो है लेकिन हकीकत में नही , यादों में , फ़ोटो में और दिल में......



आज मैं आपको एक ही बात कहता हूं आप जिसके साथ भी चाहे वो प्यार हो, दोस्त हो । जितने टाईम साथ हो खुशी से जियो एक दूसरे के साथ । क्योंकि आगे क्या होगा नही पता कब कौन कहां बिछड़ जायेगा...

बाद में वो आपके साथ तो होगा लेकिन साथ में ली गई फोटों में, यादों में और आपके दिल में....



मैं उसका आज भी इंतज़ार करता हुं और दुआ करता वो जहां भी बस खुश रहें। I Miss U Always 


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