हिंदी कहानी :- जब एक नई लड़की मेरे डिपार्टमेंट आयी।
दोस्तों ये अभी पिछले कुछ दिनों की बात हैं, जब मेरे डिपार्टमेंट में एक नई लड़की ने जॉब ज्वाइन की। दिखने में खूबसूरत और सिंपल लुक थी।जब वो आयी तब नहीं लगा कि वो नटखट और सबको .........
चलो मैं आपको शुरू से बताता हूं|
अभी पिछले कुछ महीने पहले मेरी एक प्राइवेट कंपनी में जॉब लगी। मैं नया नया कंपनी गया तो मेरे वहां दोस्त भी कम थे और किसी मैं ज्यादा बोलता नहीं था ,बस चुपचाप अपना काम करता और रूम पर आ जाता था।
फिर धीरे धीरे लगभग एक महीने में वहां काम करने वाले लड़कों से अच्छी दोस्ती हो गई और उनके साथ खुलकर बोलता, हसता और खूब मज़ाक भी करता।
लेकिन लड़कियों से अभी भी मैं बात नहीं करता था, शर्माता रहता था और वैसे भी मुझे कम बोलना ही पसंद है।
अभी मुझे एक महीना हुआ ही था तभी एक सोनाली नाम की खूबसूरत, दिखने में सिंपल लुक वाली लड़की ने मेरे PDI डिपार्टमेंट में ज्वाइनिंग ली।
उसको देखते ही सभी लड़के खुश हो गए , और एक दूसरे से मजाक मज़ाक में कहने लगे ये तेरी बहन आ गई,आज तो PDI में एक नया चांद आ गया । तेरी , उसकी भाभी आ गई । हाय कितनी खूबसूरत है ।
लेकिन यहां काम करने वाले लड़कों में उसका भाई अनिकेत भी था , वो हमारा अच्छा दोस्त था इसलिए उसकी बहन के बारे में कुछ भी गलत कॉमेंट या बुरे नजरिए से नहीं देखा।
लेकिन PDI डिपार्टमेंट में काम करने वाले सभी लड़के, लड़कियां एक दूसरे से मज़ाक करते रहते थे , तो उसके साथ भी सभी मज़ाक करने लग गए।
उसको ( सोनाली को) आए हुए दो या तीन दिन ही हुए थे और उस ने सबको को अपना फैन बना लिया , यहां तक की मेरे सीनियर सर और दूसरे डिपार्टमेंट के लड़के और सर को भी अपना फैन बना लिया था।
सच बताऊं तो उसने सबको बोला नहीं कि मेरे फैन बन जाओ बल्कि सभी लोग उसके फैन बन गए थे।सभी उस से बात करते, हंसी मज़ाक करते। लेकिन मैं अभी भी उस से बहुत कम ही बात करता था , बस काम से रिलेटेड ही बात करता था।
खैर अब बताता हूं उसके फैन सभी बने क्यूं ऐसा क्या ख़ास था उसमें ,
देखो वैसे तो मेरे डिपार्टमेंट की हर लड़की अच्छी हैं। लेकिन उसमे कुछ अलग ही बात थी। वो दिखने में भी खूबसूरत थी, सभी से हँसकर बात करती थी खुश मिजाज़ वाली थी । जिस दिन वो आई थी उस दिन के बाद मेरे डिपार्टमेंट का माहौल ही बदल गया।
वो पूरे दिन बोलती रहती , शरारत, मज़ाक करती रहती । कभी सर के साथ तो कभी लड़कों, लड़कियों के साथ मज़ाक करती रहती थी कभी थकती नहीं बोलते बोलते।
सच कहूं तो PDI डिपार्टमेंट में अगर वो एक दिन ना आए तो सब शुनसान सा लगता और सभी उसके बारे में पूछते रहते, आज वो ज्यादा बोलने वाली लड़की नहीं आई क्या, आज वो सोनाली नहीं आई क्या , ऐसे करके सभी उसके बारे में पूछते रहते थे।
पता है एक दिन क्या हुआ हम सब दोस्त मस्ती कर रहे थे और ऐसे ही एक दूसरे से शर्त लगा रहे थे कि सोनाली तुझे भाई बोलती है मुझे नहीं, इसको भाई बोलेगी इसको नहीं ऐसे करके सब मज़ाक कर रहे थे।
उस दिन इत्तफाक से सोनाली ने मज़ाक में या शायद उसको हमारे साथ काम करने वाले एक लड़के का नाम नहीं पता होगा और उसने उस लड़के को छोटा भाई कह कर आवाज लगाई ।
उस दिन से उस लड़के यानि प्रकाश की मज़ाक उड़ाने लग गए और उसे मज़ाक में हर बात पर बोलते छोटे भाई आपको बड़ी बहन भुला रही है । उस दिन से सोनाली हम सब के साथ और अच्छे से घुल मिल गई ।और वो मजाक में लड़कों को कभी सर तो कभी भाई भुलाती। लेकिन एक दिन तो मज़ाक की हद ही पार कर दी उसने जब उसने मेरे साथ काम करने वाले भागीरथ को मज़ाक में बोल दिया कि बड़का बईया ( बड़ा भाई ) उस दिन के बाद तो सभी भागीरथ और प्रकाश को छेड़ते कि बड़ा भाई तुझे छोटी बहन भुला रही,और प्रकाश को बोलते छोटा भाई तुझे बड़ी बहन भुला रही है।
ये मजाक का सिलसिला अभी तक चला रहा था कि भागीरथ ने भी उसको मजाक में बोल दिया कि मुझे भाई क्यों बोलती हो मेरा नाम नही पता क्या , आज के बाद सभी को भाई बोलोगी , लेकिन वो खुश मिज़ाज वाली लड़की कहां मानने वाली थी उसने भी अपनी मज़ाक जारी रखी और बोला बड़के बईया इधर आओ, भागीरथ को चिढ़ाने के लिए बोला।
और बात मेरे पूरे डिपार्टमेंट में आग की तरह फैल गई कि उसने उसको भाई बोल दिया ।
लेकिन सच में वो लड़की बहुत अच्छी है सभी से हंसी मज़ाक करते करते दिन गुजर जाता है और एक दूसरे के साथ मनोरंजन भी हो जाता है।
आज तो भागीरथ ने भी मज़ाक में उसका एक निक नाम रखा ,बोला मेरे को भाई बोलती है ना तेरा नाम भी coffee है।
अब मेरा दोस्त भागीरथ जब भी मौका मिलता है तो मज़ाक में सोनाली को बोलता है ऐ coffee ये काम कर, कम बोल , तुझे पी जाऊंगा और वो बदले में उसको जानबूझकर बड़का बईया बोलती रहती है । सभी लोग एक दूसरे के साथ बहुत खुश रहते है , हंसी मज़ाक करते हैं , भगवान से यही प्रार्थना है कि हम सब बस ऐसे ही हंसते मज़ाक एक परिवार की तरह रहें कभी कोई मन मुटाव ना या एक दूसरे से कभी नाराज न हो।
अरे हां मैने मेरा किस्सा तो आपको बताया ही नहीं चलो अभी बता दूं, एक दिन मैने मेरे साथ काम करने वाले मेरे दोस्तों को बताया कि मैं शायरी कहानी, गजलें,कविताएं लिखता हूं।तो मेरा दोस्त बोला चल सोनाली पर कोई शायरी बना ,तो मैने उसके लिए के शायरी बनाई लेकिन उसको ( सोनाली को )
नहीं पता ये शायरी , शायद आज इस कहानी के माध्यम से उसको पता चल जाए। पता है वो शायरी क्या थी-
यहां क्लिक करें
ये शायरी मैने मेरे दोस्त को सुनाई तो हंसने लगा और बार बार ये शायरी बोलने लगे और मेरा मज़ाक बनाने लगे
सच बताऊं तो में इस कहानी का end नहीं करना चाहता , बल्कि इसको आगे continue रखना चाहता हूं।
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