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वो बचपन के साल

               वो बचपन के साल.....

वो बचपन के साल
 वो बचपन के साल 

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 वो बचपन के साल 

 

वो बचपन के साल ना जाने कहां चले गए ,

वो बचपन के यार ना जाने कहां चले गए।


न जाने क्यूं उम्र ने हमे इतना जल्दी बड़ा कर दिया,

वो बचपन के ख्वाब सारे पता नहीं कहां चले गए।


यूं तो अब गिनती समझदारों में होने लगी है मेरी,

लेकिन वो बचपन के ऊंट पटांग सवाल न जानें कहां चले गए।


काश कोई तो लौटा दे हमे,वो वक्त हमारा ,

वो सुनहरे पलों के सुनहरे ख्याल न जाने कहां चले गए।



 

Vo Bachpan Ke Saal Na Jane Kahan Chale Gaye,

Vo Bachpan Ke Yaar Na Jane Kahan Chale Gaye 


Na Jane Kyun Umar Ne Hume Itna Jaldi Bada Kar Diya,

Vo Bachpan Ke Khwaab Sare Pata Nahi Kahan Chale Gaye 


Yoon To Ab Ginti Samjhdaron Me Hone Lagi Hai Meri,

Lekin Bachpan Ke Vo Utpatang Sawaal Na Jane Kahan Chale Gaye 


Kash Koi To Lota De Vo Wakt Humara,

Vo Sunhare Palon Ke Sunhare Khyal Na Jane Kahan Chale Gaye ।




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